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Thursday, July 11, 2024

MNP मोबाइल नंबर पोर्ट कैसे किया जाता है ? जुलाई 2024 में नए मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी नियम। नई MNP नीति क्या है?

 जुलाई 2024 में नए मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी नियम।

Content:
जुलाई 2024 में नए मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी नियम।
ट्राई ने एमएनपी नीति में बदलाव क्यों किया है?
नई एमएनसी नीति धोखाधड़ी को कैसे रोकेगी?
नई MNP नीति क्या है?


दूरसंचार सुरक्षा को बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) विनियमों में संशोधन की घोषणा की है। 1 जुलाई, 2024 से प्रभावी, नए नियमों में यूनिक पोर्टिंग कोड (UPC) जारी करने के लिए सात दिन की प्रतीक्षा अवधि अनिवार्य है। पहले प्रतीक्षा अवधि 9 दिन  हुआ करती थी |



संशोधित विनियमों के तहत, TRAI UPC जारी करने के लिए सख्त मानदंड पेश करता है। विशेष रूप से, अब सिम स्वैप या प्रतिस्थापन के सात दिनों के भीतर अनुरोध किए जाने पर UPC को अस्वीकार कर दिया जाएगा। इस देरी का उद्देश्य स्कैमर्स को अवैध रूप से नंबर पोर्ट करने से रोकना और MNP प्रक्रिया में सुरक्षा को बढ़ाना है।


ट्राई ने एमएनपी नीति में बदलाव क्यों किया है?


 संशोधन के पीछे के तर्क को स्पष्ट करते हुए, ट्राई ने मोबाइल उपयोगकर्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। सिम स्वैप के बाद अनिवार्य प्रतीक्षा अवधि लागू करके, नियामक निकाय का उद्देश्य एमएनपी प्रणाली में विश्वास पैदा करना है, यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक अनुरोधों पर ही कार्रवाई की जाए।

 मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी उपयोगकर्ताओं को अपने फ़ोन नंबर बदले बिना दूरसंचार ऑपरेटर बदलने में सक्षम बनाती है। यह प्रक्रिया यूनिक पोर्टिंग कोड पर निर्भर करती है, जो नेटवर्क के बीच या सिम प्रतिस्थापन के दौरान नंबर ट्रांसफर करने के लिए आवश्यक है। 



नई एमएनसी नीति धोखाधड़ी को कैसे रोकेगी?


इन संशोधनों की शुरूआत ट्राई द्वारा उभरती दूरसंचार चुनौतियों के बीच उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए एक सक्रिय कदम है। सिम स्वैप के बाद UPC जारी करने में देरी करके, ट्राई का उद्देश्य सुरक्षा ढांचे को मजबूत करना, अनधिकृत पोर्टिंग प्रयासों को विफल करना और मोबाइल नंबर की अखंडता को संरक्षित करना है।

 यूज़र को उनके MNP अनुरोध पर सौंपा गया UPC, दूरसंचार प्रदाताओं के बीच या सिम प्रतिस्थापन के दौरान फ़ोन नंबर ट्रांसफर करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह विलंब एक महत्वपूर्ण बाधा के रूप में कार्य करता है, जिससे वैध उपयोगकर्ताओं को प्रतीक्षा करनी पड़ती है, जिससे अनधिकृत पोर्टिंग प्रयासों में कमी आती है और मोबाइल नंबरों को संभावित दुरुपयोग और चोरी से बचाया जाता है।


नई MNP नीति क्या है?

संशोधन का उद्देश्य सिम स्वैप धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं से निपटना है, एक ऐसी तकनीक जिसमें धोखेबाज़ कॉल और संदेशों को रोकने के लिए पीड़ित के नंबर के लिए धोखाधड़ी से नया सिम कार्ड प्राप्त करते हैं, जिससे अक्सर डेटा और वित्तीय चोरी होती है।

MNP मोबाइल नंबर पोर्ट कैसे किया जाता है ?


इसके लिए सबसे पहले आपको अपने मौजूदा सिम से एक SMS करना होता है, Text SMS में आपको अंग्रेजी के कैपिटल लैटर में PORT स्पेस आपका मोबाइल नंबर लिखकर 1900 पर sms करना होता है, 


इसके बाद आपको एक Text SMS प्राप्त होगा उसमे एक कोड रहेगा, जो 7 दिन तक वैध रहेगा | यही कोड लेकर आपको उस SIM सेंटर पर जाना होगा जिस SIM कार्ड में आप पोर्ट करना चाहते है |


MNP प्रोसेस कितने दिन में पूरा होगा, या नया SIM कार्ड कितने दिन में चालू हो जायेगा ?


एक बार आपकी ID कार्ड अपडेट होने के बाद लगभग तीन कार्य दिवस में आपके नए सिमकार्ड पर कॉल शुरू हो जाता है |


लेख@अम्बिका_राही

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