आध्यात्मिक गुरू सद्गुरु का जीवन परिचय | Sadguru biography | Isha Foundation | Sadguru | Spiritual Teacher
आध्यात्मिक गुरू सद्गुरु का पूरा जग्गी वासुदेव या जगदीश वासुदेव है, आपका जन्म ३ सितम्बर १९५७ को मैसूर, भारत में हुआ था,
आपकी शादी विजया कुमारी जी से १९८४ में हुआ, विजया जी ने १३ साल बाद ही १९९७ में इस दुनिया को अलविदा कह दिए | आपकी पुत्री कुमारी जो प्रसिद्ध भरतनाट्यम डांसर है उनकी शादी शास्त्रीय गायक संदीप नारायण से २०१४ में हुई |
सद्गुरु आपके पिता नाम बी०वी० वासुदेव और आपकी माताजी सुशीलाम्मा है, आप अपने माता पिता के पांचवी संतान है, आपके पिताजी एक चिकित्सक और माताजी गृहणी थी |
शुरू में ही पढाई की तरफ आपका रुझान बहुत कम था, अंग्रेजी साहित्य से आपने स्नातक की शिक्षा पूरी की, आपके माता पिता चाहते थे आप परास्नातक की शिक्षा पूरी करें, लेकिन आपने पढाई छोड़ कर बिजिनेस की तरफ मुड़ गए |
आपका पहला बिजिनेस पोल्ट्री फार्म या मुर्गी फार्म था, जो आपने उधार के पैसे से शुरू किया था, कुछ समय बाद आपने इस बिजिनेस के साथ एक कंस्ट्रक्सन कम्पनी के साथ भी काम किया |
२५ साल की उम्र पर आपने अपने दोस्त को बिजिनेस किराये पर देकर लगभग एक साल तक यात्राये की |
सबसे पहले १९८३ मैसूर में आपने योग की शिक्षा दी | उसके बाद आपने अपने मोटर साइकिल से आपने पुरे कर्नाटका को योग सिखाया |
२३ सितम्बर १९८२ को आपने चामुंडी पहाड़ी पर चढ़कर एक पत्थर पर बैठ उसी समय से आपको ईश्वर और उनके अस्तित्व को महसूस किये, कहते है आप लगभग २७ दिनों तक उसी ध्यान मुद्रा में बैठे रहे, जब आपने आखें खोली तो वहा बहुत भीड़ लग चुकी थी और आपके पैसे सुन्न हो चुके थे, आपको आत्मज्ञान प्राप्त हो चुका था उसके बाद ही आप सृष्टि के जटिल उत्तरों को समझ सके |
उसके बाद आपने योग और आध्यात्म को पूरी दुनिया को सिखाने का फैसला किया |
१९९२ में आपने ईशा फाउंडेशन की स्थापना की जिसका हेड क्वाटर कुम्बतूर में है | यहाँ आपको योग और अध्यात्म की दीक्षा सद्गुरु द्वारा दी जाती है |
सद्गुरु अभी तक आपको भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण, और नागरिक पुरस्कार से सम्मनित किया जा चुका है |
सद्गुरु हम आपके आभारी है उन सभी अनसुलझे उत्तरों के लिए जो आपने हम सब को बताया आपकी विडिओ मन को स्थिर कर देती है , हम आपका चरण बंदन करते है | प्रणाम !
मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है |
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