प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Tuesday, February 2, 2021

गोपालदास ‘नीरज’ का जीवन परिचय | Gopaldas Neeraj Biography in Hindi

 गोपालदास ‘नीरज’ का जीवन परिचय  | Gopaldas Neeraj Biography in Hindi




गोपालदास ‘नीरज’ का जन्म 4 जनवरी 1925 को ग्राम पुरावली जिला इटावा   (उत्तर प्रदेश) में हुआ। 

आप के पिताजी का नाम ब्रजकिशोर सक्सेना है, जो आप के ६ वर्ष के उम्र में ही आप को छोड़ कर इस दुनिया से चले गए | और आपने कई वर्षो तक टाइपिस्ट का काम किया, आपने प्राइवेट परीक्षाओं के द्वारा अपनी शिक्षा पूरी की, हिंदी साहित्य से ऍम ऐ १९५३ करने के बाद, सबसे ज्यादा हिंदी गीत लिखने के लिए लगातार तीन बार आपको फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया| 

 हिन्दी गीतों का पर्यायवाची बन चुके नीरज महाविद्यालय में प्राध्यापक भी रहे ।

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने उन्हें हिन्दी की वीणा का नाम दिया था।


नीरज जब मंच पर झूम कर काव्यपाठ करते हैं तो श्रोताओं मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। 


गीतकार व कवि गोपालदास 'नीरज' का 19 जुलाई की सांय दिल्ली के एम्स  हास्पिटल  में देहांत हो गया।

आप की रचनाये हमेशा अमर रहेंगी जैसे " अब तुम्हारा प्यार भी मुझको बही स्वीकार प्रेयसी " ऐसे बहुत सी रचनाये आपके चाहने वाले हमेसा गुनगुनाते रहेंगे | 

मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है |

हमारे इस पोस्ट को पढ़ने के लिए हम आपका आभार व्यक्त करते है | इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा Facebook, Whatsapp जैसे सोशल मिडिया पर जरूर शेयर करें | धन्यवाद  !!!


www.poemgazalshayari.in

No comments:

Post a Comment

Most common error for all creator across YouTube platform

Most common error for all creator across YouTube platform  Content:  Creating YouTube account  Creating handle  Linking AdSense account  Ide...