प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Monday, June 15, 2020

प्रानी किआ मेरा किआ तेरा - praanee kia mera kia tera -- रैदास- Raidas #www.poemgazalshayari.in ||Poem|Gazal|Shayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

प्रानी किआ मेरा किआ तेरा।
तैसे तरवर पंखि बसेरा।। टेक।।
जल की भीति पवन का थंभा। रकत बंुद का गारा।
हाड़ मास नाड़ी को पिंजरू। पंखी बसै बिचारा।।१।।
राखहु कंध उसारहु नीवां। साढ़े तीनि हाथ तेरी सीवां।।२।।
बंके बाल पाग सिर डेरी। इहु तनु होइगो भसम की ढेरी।।३।।
ऊचे मंदर सुंदर नारी। राम नाम बिनु बाजी हारी।।४।।
मेरी जाति कमीनी पांति कमीनी। ओछा जनमु हमारा।
तुम सरनागति राजा रामचंद। कहि रविदास चमारा।।५।।


- रैदास- Raidas

#www.poemgazalshayari.in

||Poem|Gazal|Shayari|Hindi Kavita|Shayari|Love||

No comments:

Post a Comment

विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान | विंडोज कंप्यूटर में मल्टी ईमेल सेटअप

 विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान | विंडोज कंप्यूटर में मल्टी ईमेल सेटअप विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान विंडोज आउटलुक के लाभ माइक्रोसॉफ्ट इकोस...