बस, इतनी छोटी-सी बात!
इस पर इतनी रूठा-रूठी, कुट्टी,
आंसूँ की बरसात।
फूल गए है दोनों गाल
टेढ़ी-टेढ़ी दिखती चाल।
दीदी ने सिर जरा छू लिया,
तुरंत बिखेरे तुमने बाल।
ऐसी भी कैसी नाराजी,
मचा दिया इतना उत्पात।
बस, इतनी छोटी-सी बात!
दोनों ने था पाया केक।
टॉफी थी लेकिन बस एक।
दीदी ने गपकी तो तुमने,
केक दिया धरती पर फेंक।
बाबा रे, यह कैसा गुस्सा,
दे दी जिसमें सबको मात।
बस, इतनी छोटी-सी बात!
- उषा यादव- Usha Yadav
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