प्रिय दोस्तों! हमारा उद्देश्य आपके लिए किसी भी पाठ्य को सरलतम रूप देकर प्रस्तुत करना है, हम इसको बेहतर बनाने पर कार्य कर रहे है, हम आपके धैर्य की प्रशंसा करते है| मुक्त ज्ञानकोष, वेब स्रोतों और उन सभी पाठ्य पुस्तकों का मैं धन्यवाद देना चाहता हूँ, जहाँ से जानकारी प्राप्त कर इस लेख को लिखने में सहायता हुई है | धन्यवाद!

Friday, July 12, 2019

मोम के पास कभी आग को लाकर देखूँ - mom ke paas kabhee aag ko laakar dekhoon: Dr. Rahat Indauri डॉ० राहत इन्दौरी

मोम के पास कभी आग को लाकर देखूँ सोचता हूँ के तुझे हाथ लगा कर देखूँ  कभी चुपके से चला आऊँ तेरी खिलवत में और तुझे तेरी निगाहों से बचा कर देखूँ  मैने देखा है ज़माने को शराबें पी कर दम निकल जाये अगर होश में आकर देखूँ  दिल का मंदिर बड़ा वीरान नज़र आता है सोचता हूँ तेरी तस्वीर लगा कर देखूँ  तेरे बारे में सुना ये है के तू सूरज है मैं ज़रा देर तेरे साये में आ कर देखूँ  याद आता है के पहले भी कई बार यूं ही मैने सोचा था के मैं तुझको भुला कर देखूँ 
डॉ० राहत इन्दौरी 

No comments:

Post a Comment

विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान | विंडोज कंप्यूटर में मल्टी ईमेल सेटअप

 विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान | विंडोज कंप्यूटर में मल्टी ईमेल सेटअप विंडोज आउटलुक के लाभ और नुकसान विंडोज आउटलुक के लाभ माइक्रोसॉफ्ट इकोस...